आठ भेडिये मार गिराये भारत माँ के लालों ने,
वे-बुनियादी बहस छेड दी चोरो की चौपालों ने.
उस शहीद की ताजा मिट्टी पापी सारे भूल गये,
वोट बैंक की राजनीति का झूला सारे झूल गये.
सीमा पर लडना बंद करो छोडो सब संतापो को,
पहले घर से साफ करो दुर्योधन जैसे पापो को.
हॉ लगादो मुझको फॉसी या फिर मुझपर केश करो,
भारत छोडो ठाकुर साहब जा तुम पाकिस्तान मरो.
हरेन्द्र सिंह कुशवाह
"एहसास"
वे-बुनियादी बहस छेड दी चोरो की चौपालों ने.
उस शहीद की ताजा मिट्टी पापी सारे भूल गये,
वोट बैंक की राजनीति का झूला सारे झूल गये.
सीमा पर लडना बंद करो छोडो सब संतापो को,
पहले घर से साफ करो दुर्योधन जैसे पापो को.
हॉ लगादो मुझको फॉसी या फिर मुझपर केश करो,
भारत छोडो ठाकुर साहब जा तुम पाकिस्तान मरो.
हरेन्द्र सिंह कुशवाह
"एहसास"
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